कुलधरा गांव का रहस्य

गांव का इतिहास
यह गांव राजस्थान में स्थित जैसलमेर से 20 किलो मीटर आगे थार रेगिस्तान में फैला हुआ गांव है। कुलधारा कभी पालीवाल ब्राह्मणों का समृद्ध गांव हुआ करता था। यहां के लोग खेती, व्यापार और बुद्धिमता के लिए प्रसिद्ध थे। पूरे क्षेत्र में इनकी लगभग 84 बस्तियां थी जिनमें से कुलधरा सबसे बड़ा और सुंदर था। आज भी कुलधरा का यही रहस्य बना हुआ है कि कुलधरा एक रात में खाली कैसे हुआ। क्या हुआ था उस रात जो गांव के लोग रातों-रात गायब हो गए। एक रात में पूरा गांव का गायब हो जाना एक भयानक ओर रहस्यमय बात है। आइए आगे जानते है क्या थी इसकी सच्चाई।
गांव की ऐतिहासिक कहानी
बहुत से लोग इस गांव को श्रापित और बहुत सी अलग-अलग कहानियां बताते है। लेकिन यह भी कहा जाता है कि जैसलमेर का अत्याचारी दीवान सालम सिंह गांव की एक खूबसूरत ब्राह्मण लड़की से विवाह करना चाहता था। लेकिन परिवार और गांव इसके खिलाफ थे। दीवान ने धमकी दी कि अगर लड़की उस से शादी नहीं करेगी तो वह पूरे गांव को नष्ट कर देगा। इसी डर से पूरा कुलधारा गांव और उसके आस-पास के 83 गांव एक ही रात में अपना घर छोड़ कर चले गए। लेकिन हकीकत क्या है क्या सच में ऐसा हुआ यह अभी तक भी एक रहस्य बना हुआ है।
कुलधरा गांव का श्राप
गांव छोड़ते समय पालीवाल ब्राह्मणों ने कथित रूप से कहा। जहां हमारा कदम पड़ेगा वहां कोई बस नहीं सकेगा तब से इस गांव को शापित माना जाता है। कही कोशिशों के बावजूद भी आज तक कुलधरा में कोई भी स्थाई रूप से रह नहीं पाया है।
क्या यह भूतिया गांव है?
स्थानीय लोगों का कहना है। यहां रात में अजीब आवाजें आती है। ईंटें अपने आप गिरने की आवाज आती है। बच्चों के कदमों की आहट और के लोगों को अजीब महसूस होता है। यहां रात में प्रवेश करना बिल्कुल मना है। यहां रात में प्रवेश करने पर प्रतिबंध भी लगा रखा है।
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